बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में भारतीय रिजर्व बैंक, नाबार्ड इंडियन बैंक व आरोह फाउंडेशन की ओर से ग्राम पंचायत स्तरीय वित्तीय साक्षरता जन जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। यह शिविर में ए एफ सी अनूप गुप्ता के निवेदन पर समाजसेवी सुमित शुक्ला की सहायता से विकासखंड महुआ के सहेवा गांव में आयोजित किया गया।
आपको बताते चलें कि आज के युग में अधिकांश लोग डिजिटल प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया ऑनलाइन लेनदेन का उपयोग करते हैं। किंतु छोटी-छोटी गलतियों के कारण बहुत से लोग अपने खातों को सुरक्षित नहीं रख पाते। कुछ लोगों को जानकारी न होने की वजह से फ्राॅड वीडियो कॉल के चक्कर में आने के कारण जेल तक का सफर भी करना पड़ सकता है। यहां तक कि भोले-भाले लोगों को कभी आवास, शौचालय या किसान सम्मान निधि के नाम पर अथवा लाटरी निकलने जैसी काल के माध्यम से ओटीपी शेयर करने को कहा जाता है या पैसों की मांग की जाती है। लोग उनके बहकावे में आ ही जाते हैं।
अतः इन सभी विषयों को ध्यान में रखकर समाज सेवी सुमित शुक्ला द्वारा समय-समय पर जन जागरूकता के कार्य किए जाते रहे हैं। एल एफ सी केपी दिनकर जी ने बैठक के माध्यम से डिजिटल धोखाधड़ी व स्कैन से सावधान रहने की जानकारियां दी। जानकारी देने के साथ ही उनकी शंकाओं का समाधान भी किया तथा धोखाधड़ी व जालसाजी से कैसे बचे? इसके विषय में जानकारी भी दी।
उन्होंने विभिन्न योजनाओं जैसे आधार, पूर्ण बचत, अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना आदि की जानकारियां भी दी। एएफसी अनूप गुप्ता जी ने बताया कि हमने डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के साथ ही विभिन्न योजनाओं को लोगों तक पहुंचने का प्रयास किया है। सही जानकारी ना होने की वजह से गांव के लोग योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते हैं। समाजसेवी सुमित शुक्ला ने कहा कि पहले के समय में जिस प्रकार डाकू आपके घर में डांका डाल कर सब कुछ उड़ा ले जाते थे, उसी का रूपांतरित रूप साइबर फ्राड है। अगर आप सब समय रहते जागरूक नहीं हुये तो आपको भी लूट लिया जायेगा और आपको पता भी नहीं चलेगा।
इसलिए आवास शौचालय आदि के नाम पर किसी को भी ओटीपी शेयर न करें और नाही किसी को पैसा दे।
इस कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी सुमित शुक्ला, एएफसी अनूप गुप्ता, एफ एल सी केपी दिनकर, अखिलेश कुशवाहा, संतोष, अंकित, लवलेश, शिवशंकर, संजय, रामस्वरूप आदि लोग उपस्थित रहे।