उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में गोवंश की तस्करी का बड़ा मामला सामने आया है। हिंदूवादी संगठन के लोगों ने अलविदा जुमे के नमाज के दौरान एक बाग में घेराबंदी कर एक गौतस्कर को मौके से पकड़ लिया और 300 से ज्यादा गोवंश को बरामद किया है। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल के बाद सभी गौवंशो को क्षेते के गौशाला में भेज दिया। गौवंश की तस्करी का यह मामला कड़ा धाम थाना इलाके का है। गंगा के तराई इलाके में हो रही गोवंश की तस्करी का भंडाफोड़ होने के बाद वीएचपी के जिला सह मंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है।
वीएचपी का आरोप है कि पुलिस प्रशासन की सांठगांठ से गंगा के तराई इलाके में गोवंशों की तस्करी की जा रही थी। ईद से पहले इन गौवंशो को कंटेनर में लोड कर कोलकाता भेजने की तैयारी थी। समय रहते गौरक्षको और हिंदूवादी संगठनों ने घेराबंदी कर 300 से ज्यादा गोवंश बरामद किया है। मौके से एक तस्कर को भी पकड़ा गया है जो राजस्थान के अजमेर जिले का रहने वाला है। बड़े पैमाने पर संगठित होकर के गोवंश की तस्करी की जा रही है। जिसमें पुलिस प्रशासन की भी भूमिका संदिग्ध है। वीएचपी ने इस पूरे गिरोह पर कार्रवाई की मांग की है। चेतावनी दी है कि अगर गोवंश की तस्करी करने वाले इस पूरे रैकेट का पुलिस खुलासा कर कार्रवाई नहीं करती तो वह सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करेंगे। वीएचपी की चेतावनी के बाद पुलिस अफसरों ने इस मामले में टीम गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि इतने बड़े मामले में पुलिस अफसरों का अधिकारिक तौर पर अभी कोई बयान सामने नहीं आया है।