*बेहद निंदनीय ऐसे कर्मचारियों पर कार्यवाही हो सुनिश्चित*
*सीबीआई जांच और गंभीर आरोपों के बीच कोर्ट की मर्यादा का उल्लंघन*
*कौशांबी* एसडीएम न्यायालय सिराथू के पेशकार हमेशा सुर्खियों में रहते हैं एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। उप जिला मजिस्ट्रेट सिराथू के न्यायालय में तैनात धारा सिंह यादव के कारनामे हमेशा सुर्खियों में रहे हैं मंझनपुर उप जिला मजिस्ट्रेट के न्यायालय में रहते हुए सरकारी जमीन अपने लोगों के नाम भूमिधरी जमीन बनाने और कब्जा करने के मामले से लेकर और तमाम मामले में इन पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं जिन्हें आमतौर पर ‘धारा बाबू’ के नाम से जाना जाता है इनकी एक फोटो वायरल हो रही है जिस पर यह उप जिला मजिस्ट्रेट न्यायालय के मेज पर पैर रखकर खड़े हुए हैं वायरल तस्वीर में उन्हें न्यायालय कक्ष में न्यायिक बोर्ड पर पैर रखते हुए देखा गया है, जो न केवल कोर्ट की गरिमा का अपमान है, इस पर फाइलों की हेरा फेरी के भी आमजन तमाम शिकायतें करते हैं
आपको बता दें कि उक्त पेशकार पर पूर्व में अवैध बालू खनन मामले में कई करोड़ों की हेराफेरी का मुकदमा दिल्ली में दर्ज है इन्हें कटघरे में खड़ा कर बाथरुम तक की इजाजत नहीं दिया जाता था और उनके विरुद्ध सीबीआई द्वारा गोपनीय जांच भी जारी है। ऐसे गंभीर आरोपों के बीच उनकी यह हरकत प्रशासनिक मर्यादाओं पर सीधा प्रहार है। जिले में इस कृत्य की कड़ी निंदा हो रही है। अमर्यादित और अभद्र बाबू के कारनामे पर आम जनता अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना चाहती है।