संगम नगरी प्रयागराज के मेजा इलाके में चार बच्चों की डूबने से संदिग्ध परस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एक ही इलाके के चार बच्चों की दर्दनाक मौत से इलाके में चीखपुकार और मातम का माहौल है। जानकारी के मुताबिक मंगलवार शाम को खेलने के दौरान चारों बच्चे लालता हो गए थे, देर शाम तक कोई पता नहीं चलने पर मेजा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। बुधवार की सुबह दुबारा खोजबीन शुरू हुई तो मेजा थाना क्षेत्र के बिदौली गांव के पास तालाब नुमा खेत से बच्चों का शव बरामद हुआ है। आशंका है कि मछली पकड़ने के दौरान डूबने से बच्चों की मौत हुई है। हालांकि पुलिस मामले में सभी पहलुओं पर गहनता से जांच में जुटी हुई है। मृतक बच्चों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
आपको बता दे की उक्त गांव के कुछ दूरी पर स्थित एक खेत में तालाबनुमा गड्ढे में हुनर (4) वैष्णवी (3)पुत्र एवं पुत्रीगण हीरा आदिवासी, कंधा (4) पुत्र विमल, केसरी (4)पुत्र संजय आदिवासी के शव बरामद किए गए हैं। सवाल उठता है कि आखिरकार उक्त खेत में भारी पैमाने पर मिट्टी खनन क्यों किया गया। यदि ईंट भट्टे के प्रयोग में मिट्टी खनन कर उपयोग किया गया तो तो परमिशन बाकायदा होता है। साथ ही उसके सुरक्षा के भी उपाय किए जाते हैं। जबकि इन दिनों बारिश का मौसम है और पानी भरना उसमें लाजमी है। कहीं न कहीं घोर लापरवाही भी सामने आ रही है।
हालांकि पुलिसिया जांच पड़ताल में सब कुछ स्पष्ट और साफ हो जाएगा, लेकिन कई तरह के सवाल संबंधित विभागों से भी जुड़े जिम्मेदारों पर भी है कि आखिरकार किस आदेश पर खेतों से मिट्टी खनन संचालित हुई। बता दें की बीते कई महीनो से अवैध खनन करने वालों की फौज अचानक संबंधितों से मिली भगत कर बढ़ जाती है। खासतौर से यमुनापार क्षेत्र इलाके के मेजा, मांडा, करछना, औद्योगिक क्षेत्र, नैनी, घूरपुर, लालपुर, खीरी समेत कई ऐसे थाना क्षेत्र इलाके हैं। जहां पर अवैध रूप से अवैध कारोबारियों की फौज मिली भगत कर अपने मंसूबों को अंजाम देते चले आ रहे हैं।
सूत्रों पर यदि हम यकीन करें तो कई ऐसे जिम्मेदार हैं जो स्वयं कारखासी करते हैं। जबकि संबंधितों के द्वारा रखे गए कारखासों की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। रात्रि प्रहर में तो कार्यों को तो अंजाम दिया जाता है, लेकिन कई थाना क्षेत्र से जुड़े इलाकों में तो दिन के उजाले में ही कार्यों को अंजाम मिली भगत कर दिया जाता है। खैर अभी तो बारिश हो रही है, बारिश के बाद एक बार फिर यही अवैध खनन करने वालों की फौज अपने कार्यों को अंजाम देते चले आएंगे।