यह आयोजन नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने और इस गंभीर बिमारी के उपचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ
कौशांबी: स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कौशाम्बी में आज क्लबफूट दिवस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्राचार्य डा. हरिओम कुमार सिंह ने की। कार्यक्रम का संचालन आर्थोपेडिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष डा. प्रान्जल मिश्रा ने किया। डा. प्रान्जल मिश्रा ने क्लबफूट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक जन्मजात बिमारी है, जो नवजात शिशुओं में पैर के टेढ़े होने का कारण बनती है। इस बिमारी का सफल उपचार प्लास्टर द्वारा किया जा सकता है। अनुष्का फाउंडेशन की ज्योति राव ने बताया कि अब तक कुल 88 क्लबफूट मरीजों का चिन्हांकन किया गया है और उनका सफल एवं नि:शुल्क उपचार अनुष्का फाउंडेशन तथा स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के सहयोग से किया जा रहा है।
प्राचार्य डा. हरिओम कुमार सिंह ने बताया कि क्लबफूट भारत में हर 1000 नवजात शिशुओं में 1 को प्रभावित करता है। यह बिमारी लड़कों में लड़कियों की तुलना में अधिक पाई जाती है, और इसका उपचार न होने की स्थिति में बच्चे जीवनभर के लिए विकलांग हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि क्लबफूट का पूर्ण उपचार संभव है और इससे बचा जा सकता है। क्लबफूट के उपचार के संबंध में जागरूकता फैलाने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कौशाम्बी के साथ साझेदारी की है। इसके तहत राज्य सरकार के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.) के सहयोग से आशा कार्यकर्ताओं और स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य एवं अन्य चिकित्सकों ने क्लबफूट से ग्रसित बच्चों के साथ केक काटा और उन्हें फल वितरित किए। कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. सुनील कुमार शुक्ल, डा. मोहित कुमार पटेल, डा. गौरव मेहदी रत्ता, डा. विश्व प्रकाश, डा. नरेंद्र कुमार एवं अन्य चिकित्सक व कर्मचारी उपस्थित रहे।