बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा शहर के बहुचर्चित यौन शोषण शोषण मामले में आरोपी एक रईशजादे को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उधर मामले के एक और आरोपी ने भी देर शाम अदालत के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया है। हालांकि मामले का एक आरोपी अभी तक फरार हैं। पुलिस का कहना है कि पुलिस की टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं। शीघ्र ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। जबकि सूत्र बताते हैं कि तीसरा आरोपी भी पुलिस के कब्जे में ही है।
नौकरी का झांसा देकर किया यौन शोषण
शहर के अलीगंज मोहल्ले में तीन युवतियों को नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण करने वाले रईसजादों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई तेज की तो आराेपी युवकों ने मामले से बचने के लिए ऐंड़ी चोटी का जोर दिया, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। आखिरकार मंगलवार की रात रईसजादों में शामिल एक आरोपी लोकेंद्र सिंह चंदेल पुलिस टीम के हत्थे चढ़ गया और पुलिस ने बुधवार को उसे अदालत के समक्ष पेश किया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने आरोपी चंदेल को मेडिकल परीक्षण के बाद न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।
मानव तस्करी के आरोप में जा चुका है जेल
बता दें कि मामले में एक आरोपी नवीन विश्वकर्मा पहले ही मानव तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। अभी मामले के दो अन्य आरोपी स्वतंत्र साहू और आशीष अग्रवाल फरार चल रहे हैं। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज का कहना है आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गई हैं। शीघ्र ही सभी आरोपी जेल की सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे।
बताया जाता है कि शहर के अलग अलग मोहल्लों की रहने वाली तीन युवतियों ने शहर के तीन रईशजादों पर रेप और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने लड़कियों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी। बाद में पुलिस ने अलीगंज निवासी नवीन विश्वकर्मा को भी ह्यूमन ट्रैफकिंग के आरोप में संलिप्त मानते हुए जेल भेज दिया था।
देर शाम अदालत में हाजिर हुआ दूसरा आरोपी
यौन शोषण मामले में पुलिस की कार्रवाई तेज हुई तो आरोपी रईशजादों में भी खलबली मच गई। पुलिस बुधवार को जब एक आरोपी लोकेंद्र सिंह चंदेल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया तो मामले के एक अन्य नामजद आरोपी स्वतंत्र साहू ने भी न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण करने में ही अपनी भलाई समझी। सूत्रों की मानें तो जिस समय पुलिस आरोपी लोकेंद्र को मेडिकल परीक्षण कराने के लिए जिला अस्पताल गई, उसी समय मौके का फायदा उठाते हुए दूसरे आरोपी स्वतंत्र साहू अपने अधिवक्ता के साथ न्यायालय में पहुंच गया और खुद का समर्पण कर दिया।