बांदा: पूरा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा के तहसील बबेरू के दर्जनों गांवों से जुड़ा हुआ है। जहां एक तरफ योगी आदित्यनाथ की सरकार गौ संरक्षण हेतु अरबों रुपए भिजवा रही हैं, वहीं बांदा जिला प्रशासन की हीलाहवाली, मनमानी, उदासीनता के चलते बबेरू के दर्जनों गांवों पल्हरी, बड़ागांव, आहार, मिलाथू, मवई, शिव, आलमपुर, बघेहटा, अनौसा, रगौली, हरदौली, जुगरेहली, पंडरी, सिमोनी, मुरवल, निबिहा पुरवा आदि श्रेत्र में सैकड़ो की झुंड में अन्ना जानवर किसानों की फसलें सफाचट कर रहे हैं।
अन्ना जानवरों की गम्भीर समस्या से पीड़ित किसानों द्वारा अधिकारियों कर्मचारियों सहित जनप्रतिनिधियों के चौखटों में अनेकों बार लिखित पत्र देकर जानवरों को संरक्षित करवाने हेतु गुहार लगाई गई, लेकिन जिला प्रशासन बांदा किसानों की अन्ना जानवर समस्या की सुध नहीं ले रहे। उल्टा प्रशाशन किसानों एवं समाजसेवियों को ही झूठा साबित करने में लगा हुआ है। मजबूरन किसानों ने बबेरू तहसील के ग्राम पल्हरी के मिलाथू रोड पारा बिहारी मोड पटेल तिराहा पर समाजसेवी पीसी पटेल जनसेवक सहित दर्जनों ग्रामीण अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ ने जतायी अनभिज्ञता
मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ साहब बांदा का कहना है कि बबेरू तहसील में कोई अन्ना जानवर नहीं घूम रहा है। समाजसेवी व किसान झूठ बोल रहे हैं जबकि समाजसेवी पीसी पटेल जनसेवक ने कई बार जीपीएस कैमरे से फोटो वीडियो फेसबुक लाइव शेयर कर वास्तविक सैकड़ों अन्ना जानवरों की हकीकत दिखाई है। फिर भी जिम्मेदार कर्मचारी अधिकारी आंख बन्द कर मनमानी में उतारू होने के साथ साथ उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धूमिल करने में लगे हैं।
इस मौके पर पीसी पटेल जनसेवक, हिरिया देवी, रामसखी, प्रेमा, शिवलोचन, चित्रेखा, रामनरेश सिंह, उपेंद्र यादव, शैलेन्द्र कुमार, छोटा भाई पटेल, नंदू, अजय कुमार, त्रिलोकी, राममूरत, रामचंद्र अनुरागी, राजेश कुशवाहा, विजयबहादु अरुण सिंह, महादेव यादव, रामराज यादव, अवधेश सिंह, अनिलकुमार, विजय खेंगर, राजाभाईया यादव, श्रीपाल वर्मा, विंदा प्रसाद, अरविंद कुमार, उमेश सिंह, राजेश कुमार, शिव अवतार गुप्ता, लवलेश पटेल, वेद, दुर्गा कुशवाहा, अनुज सिंह, ज्ञान चंद्र, संजय कुशवाहा, शिवमूरत पटेल, तारा चंद्र सिंह, जीतू पटेल आदि कई दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।