बांदा: मरका थाना क्षेत्र के चरका गांव के यमुना नदी खदान संख्या 2 में पिछले कई महीनो से खदान संचालकों के द्वारा धड़ल्ले से खदान चलायी जा रही हैं। वहीं अवैध खनन व ओवरलोडिंग का खेल भी धड़ल्ले से चल रहा हैं। एनजीटी नियमों की धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं। जिसमें यमुना नदी का अस्तित्व खतरे में दिख रहा है। धूल से किसानों की फैसले बर्बाद हो रही है, और खनन माफियाओं के द्वारा बेखौफ होकर खनन किया जा रहा हैं। जिससे बेबस किसानों की फैसले चौपट हो रही है।
ओवरलोड वाहनों के आवागमन से सड़के बीरा और खेड़ा तक की सड़के बर्बाद हो चुकी हैं। उड़ रही धूल से सड़क के किनारे रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। बालू माफिया सड़क के ऊपर मिट्टी डाल देते हैं, जिससे आए दिन सड़क पर जाम लगता है। उड़ रही धूल से स्कूली बच्चे राहगीर परेशान हो रहे हैं। अब देखना यह होगा कि इन चरका गांव के यमुना नदी के खदान संख्या 2 में संचालकों पर जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन क्या कार्यवाही करता है? यह देखने वाली बात होगी।