बांदा: आमरण अनशन का दूसरा दिन, जेडीयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल का संघर्ष जारी

उतर प्रदेश: बांदा जिले में प्रशासनिक कार्यशैली के खिलाफ़ जनआक्रोश बढ़ता जा रहा है। जेडीयू महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल आमरण अनशन के दूसरे दिन भी अशोक लाट, बांदा में डटी हुई हैं। उनका यह अनशन एडीएम राजेश कुमार वर्मा के खिलाफ़ है, जिन पर बालू खनन माफियाओं से संबंध रखने और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन रोकने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

अनशन का कारण और प्रशासन पर आरोप

शालिनी सिंह पटेल ने स्पष्ट किया कि बीते दिनों एडीएम राजेश कुमार वर्मा ने उनके साथ अभद्रता की थी। उन्होंने कहा कि राजेश कुमार वर्मा वर्षों से एक ही जिले में टिके हुए हैं, जो प्रशासनिक नियमों का भी उल्लंघन है। उनका आरोप है कि एडीएम द्वारा जानबूझकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है और खनन माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है।

अनशन स्थल पर बढ़ रही भीड़, महिलाओं का बढ़ा समर्थन

शालिनी सिंह पटेल के समर्थन में विभिन्न सामाजिक संगठनों और स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ रही है। जेडीयू कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कई महिला संगठनों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। अनशन स्थल पर महिलाओं की बढ़ती संख्या प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है।

महिला जिला अध्यक्ष रागिनी तिवारी के नेतृत्व में 5 मार्च को ज्ञापन

बांदा

बांदा जेडीयू महिला जिला अध्यक्ष रागिनी तिवारी ने घोषणा की है कि 5 मार्च को एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा और मंडला आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा जाएगा। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया तो आंदोलन को और तेज़ किया जाएगा।

प्रशासन की चुप्पी और संभावित कार्रवाई

अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, जिला प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह-मशविरा कर रहा है।

बांदा

आगे क्या?

शहर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाता है। क्या एडीएम राजेश कुमार वर्मा पर कोई कार्रवाई होगी, या फिर आंदोलन और उग्र होगा? आने वाले दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा।

Leave a Comment

error: Content is protected !!