बांदा: जनता दल यूनाइटेड महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्षा शालिनी पटेल के नेतृत्व में शहर स्थित अशोक लाट में डॉ राजेन्द्र प्रसाद के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। वे वहां से मण्डल आयुक्त चित्रकूट धाम के कार्यालय पहुँची, जहाँ उन्होंने बांदा ग्राम पंचायत पिंडखर में सड़क मार्ग की समस्या को लेकर लिखित संज्ञान प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन मण्डल आयुक्त को सौंपा गया।
ज्ञापन सोपते हुए शालिनी पटेल ने बताया कि अतर्रा: ग्राम पंचायत पिंडखर, तहसील अतर्रा में वर्षों से दर्जनों ग्रामीण परिवार मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। खासकर भरतलाल, लालाराम सहित अन्य ग्रामीणों के घरों तक पक्की सड़क न होने के कारण उन्हें अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या केवल आने-जाने तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसी आवश्यक जरूरतों को भी प्रभावित कर रही है।
जदयू नेत्री शालिनी सिंह पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग की है कि पेड़खर ग्राम पंचायत में जल्द से जल्द रोड बनवाया जाए। जिससे बच्चे टाइम से स्कूल पहुंच सके। मरीजों को टाइम से अस्पताल पहुंचाया जा सके। ग्रामीणों में सड़क बनाने को लेकर जो विवाद चल रहा है उसे भी खत्म करा सके।
छात्रों को स्कूल जाने में कठिनाई
शालिनी सिंह पटेल ने बताया कि गांव में सही रास्ता न होने से विद्यार्थियों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है। कच्चे रास्तों और जलभराव के कारण बरसात के दिनों में हालात और भी खराब हो जाते हैं। बच्चों को स्कूल पहुंचने में अधिक समय लगता है, जिससे उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक असर पड़ता है। कई बार अभिभावकों को भी डर रहता है कि बच्चे गिरकर चोटिल न हो जाएं।
एम्बुलेंस और मरीजों के लिए समस्या
गांव में पक्की सड़क न होने का सबसे गंभीर प्रभाव स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ रहा है। किसी भी मरीज को अस्पताल ले जाना एक कठिन कार्य बन जाता है। एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती, जिससे मरीजों को खाट या अन्य साधनों से मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है। इस कारण कई बार गंभीर मरीजों को समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाती और स्थिति बिगड़ जाती है।
गंदे जलभराव से फैलती बीमारियाँ
गांव में जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने से कई स्थानों पर गंदा पानी भर जाता है। इस जलभराव के कारण मच्छरजनित बीमारियाँ, जैसे मलेरिया, डेंगू और टाइफाइड जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस जलभराव से दुर्गंध भी फैलती है, जिससे सांस और त्वचा संबंधी रोगों का खतरा बना रहता है।
ग्रामीणों की मांग और प्रशासन की उदासीनता
गांव के लोगों ने कई बार पंचायत और प्रशासन से उचित सड़क निर्माण की मांग की है, लेकिन अब तक इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई बार अपनी समस्याएं स्थानीय अधिकारियों तक पहुंचा चुके हैं, लेकिन केवल आश्वासन ही मिलता रहा है।
सरकार से जल्द समाधान की अपील
ग्रामवासियों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि जल्द से जल्द इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। उचित सड़क निर्माण, जल निकासी व्यवस्था और स्वच्छता संबंधी सुधार किए जाएं ताकि गांव के लोग बिना किसी कठिनाई के अपनी रोजमर्रा की जिंदगी जी सकें।
ज्ञापन सौपते समय वहाँ पर शालिनी सिंह पटेल जेडीयू नेत्री, अखिलेश यादव जेडीयू जिला महासचिव, जेडीयू बांदा, समीम खान, बबलू खान, शिव मोहन चौधरी, लक्ष्मीनिया, हीरामनी, सुशीला, दिलीप कुमार, कुलदीप, रामनरेश, दीपक, मनोज, धर्मेन्द्र, जयकरण, अनिल, अवधेश व विकास आदि मोजूद रहे।