बांदा: दुनिया में गरीब होना किसी अभिशाप से कम नहीं है। हम बात कर रहे हैं विकासखंड महुआ अंतर्गत सहेवा गांव के बच्चा यादव की, जिनकी गंभीर बीमारी की वजह से कुछ महीने पहले मृत्यु हो चुकी है। उनके परिवार ने उनके इलाज में अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, फिर भी उनको बचा पाने में असफल रहें।
उनकी पत्नी कलावती ने बताया कि हमारे पास जितना पैसा था, वह उनके इलाज में लग गया। अब लगभग दो बीघा जमीन को छोड़कर कुछ भी उनके पास नहीं बचा हुआ है। राशन के अलावा हमें अन्य किसी भी तरह की योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। हमारी आर्थिक स्थिति दयनीय है।
समाजसेवी सुमित शुक्ला को जब सूचना मिली तो उन्होंने उनके घर जाकर वस्तु स्थिति समझी। उन्होंने तत्काल ग्राम प्रधान अशोक कुशवाहा को फोन वार्ता कर शासन द्वारा चल रही योजनाओं का जैसे विधवा पेंशन, प्रधानमंत्री आवास आदि की जांच करवा कर लाभ दिलाने का अनुरोध किया। समाजसेवी सुमित शुक्ला ने बताया कि कुछ महीने पहले बच्चा यादव की गंभीर बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई थी। इस समय उनके परिवार की माली हालत दयनीय है। अतः इन्हें अब तक सरकार द्वारा अथवा पीडीए का ढिंढोरा पीटने वाले नेताओं के द्वारा आर्थिक मदद मिलनी चाहिए थी, जो नहीं मिली। अब हमें जानकारी मिली है तो हमने सर्वप्रथम ग्राम प्रधान से इन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कहा है। तत्पश्चात अधिकारियों व राजनेताओं को अवगत करा कर परिवार की मदद करने का पूरा प्रयास करेंगे।