कौशाम्बी: एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा वर्टिकल इंटीग्रेशन पर आधारित सेमिनार का आयोजन स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, कौशांबी में एनाटॉमी विभाग के तत्वाधान में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा वर्टिकल इंटीग्रेशन पर आधारित एक शैक्षणिक सेमिनार का आयोजन किया गया। यह सेमिनार National Medical Commission (NMC) द्वारा निर्धारित Competency Based Medical Education (CBME) के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसमें नाक, कान एवं गला (ENT) विभाग के साथ समन्वय किया गया। इस सेमिनार की अध्यक्षता चिकित्सा महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. हरि ओम कुमार सिंह ने की। इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ. राकेश कुमार शुक्ला, सह आचार्य एवं विभागाध्यक्ष, एनाटॉमी विभाग के द्वारा किया गया। प्राचार्य प्रो0 डॉ. हरि ओम कुमार सिंह ने बताया कि Vertical Integration के अंतर्गत Pre-clinical Para-clinical और Clinical विषयों को इस प्रकार एक-दूसरे से जोड़ा जाता है कि छात्र किसी रोग या संरचना को मूल वैज्ञानिक आधार से लेकर उसके चिकित्सकीय उपयोग तक समझ सकें, उन्होंने बताया कि इस प्रकार की अध्ययन प्रणाली विद्यार्थियों में आरंभ से ही clinical approach को विकसित करती है तथा patient-centered education की शुरुआत पहले वर्ष से ही संभव होती है। सेमिनार में डा0 राकेश कुमार शुक्ला ने स्वरयंत्र (Larynx) के संरचना की विस्तृत जानकरी प्रदान की तथा ENT विभाग से डॉ. पंकज तिवारी, सहायक आचार्य द्वारा larynx से संबंधित रोगों तथा उनके उपचार की जानकारी प्रदान की गई। इस शैक्षणिक गतिविधि में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रतिभागी छात्रों में प्रमुख रूप सेः
छात्र/छात्रा का नाम- कनिष्ठ दुबे, मरियम खान, मो0 आकिब आलम, मो0 सैफुल, ओजस, हिमान्सी, छितिज और मो0 अरबाज ने प्रतिभाग किया। प्रतिभाग किये गये एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं मे कनिष्ठ दुबे को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। सेमिनार का उद्देश्य विद्यार्थियों में विषयों के बीच समन्वय की समझ विकसित करना एवं चिकित्सकीय शिक्षा को अधिक व्यवहारिक और रोगी-केंद्रित बनाना रहा।