कौशाम्बी: NHAI की बड़ी लापरवाही, श्रीराम वनगमन मार्ग के प्रभु राम‌ के विश्राम स्थल चरवा बना दिया जरवा, दूरी भी गलत दर्शाया

उत्तर प्रदेश के अयोध्या से चलकर कौशाम्बी जिले से होकर चित्रकूट धाम जाने वाले राम वन गमन मार्ग का निर्माण जोर शोर से चल रहा है,जहा कार्यदाई संस्था लगातार गलती पर गलती किए जा रही है। मिट्टी खनन मामले में अभी दो दिन पहले ही डीएम मधुसूदन हुल्गी ने इस कंपनी पर एक करोड़ से अधिक का जुर्माना लगाया है। वही इस बार एक और बड़ी गलती सामने आई है।

मामला नगर पालिका परिषद भरवारी का है जहा से होकर राम वन गमन मार्ग गुजर रहा है,नगर पालिका भरवारी क्षेत्र के असवा मोड़ से राम विश्राम स्थल चरवा जाने के लिए मार्ग स्थित है,जहा से मार्ग विभाजित हो रहा है वहां पर NHAI ने एक सांकेतिक बोर्ड लगा रखा है,जिसमें राम विश्राम स्थल चरवा का नाम जरवा और दूरी 16 किलोमीटर के बजाय मात्र 2 किलोमीटर ही लिख रखा है,NHAI की इस बड़ी गलती के चलते चरवा जान वाले लोगों को भ्रमित होकर दूसरे रास्ते पर पहुंचकर भटकना पड़ रहा है।

कहा जाता है कि भगवान श्रीराम जब अपनी माता कैकेई के वरदान के चलते अपने पिता राजा दशरथ के आदेश पर अयोध्या से 14 वर्ष के लिए वनवास पर निकले थे,तो वह श्रृंगवेरपुर से गंगा नदी पार कर चरवा होते हुए ही चित्रकूट के लिए गए थे, भगवान श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ चरवा में रात्रि विश्राम भी किया था,जहा से उनकी खड़ाऊ चोरी हो गई थी,जिसके चलते ही इस स्थान का नाम पहले चोरवा फिर चरवा पड़ा। इस स्थान पर आज भी भगवान श्रीराम के रुकने के निशान मौजूद है,यहां राम जूठा तालाब भी स्थित है जहा। भगवान राम ने पानी पिया था।

राम वन गमन मार्ग पर NHAI की इस बड़ी गलती के चलते यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

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