कौशाम्बी: प्राकृतिक आपदाएं कब दस्तक दें, कहा नहीं जा सकता लेकिन तैयारी और सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। इसी सोच के साथ आज दिन बृहस्पतिवार को मोहम्मदाबाद गांव में बाढ़ आपदा से निपटने के लिए एक सजीव मॉक ड्रिल काआयोजन किया गया। इस आपदा अभ्यास का नेतृत्व एसडीएम चायल आकाश सिंह ने किया। उनके निर्देशों में चली यह मॉक ड्रिल रेस्क्यू ऑपरेशन की पूरी कसौटी पर खरी उतरी।
15 सदस्यीय संयुक्त टीम –* जिसमें पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन की टीमें शामिल थीं ने पूरा ऑपरेशन चलाया।
मोटरबोट और छप्पू नावों की मदद से नदी में डूबते हुए तीन लोगों को बचाने का लाइव अभ्यास किया गया।
पीड़ितों को सुरक्षित किनारे लाने के बाद उन्हें मौके पर ही CPR और प्राथमिक उपचार भी दिया गया। फिर उन्हें एम्बुलेंस के ज़रिए अस्पताल भेजा गया, जैसे कि असली आपदा में किया जाना चाहिए।
SDM आकाश सिंह ने खुद मौके पर मौजूद रहकर मोर्चा संभाला और पूरे अभियान को निर्देशित किया।
तहसीलदार व नायब तहसीलदार की उपस्थिति से प्रशासनिक समन्वय और भी मजबूत नजर आया।
इस मॉक ड्रिल के ज़रिए टीमों की रफ्तार, अनुशासन और सामूहिक प्रतिक्रिया क्षमता का परीक्षण किया गया और इन सभी मानकों पर टीमें सफल रहीं।
अधिकारियों ने भी स्पष्ट कहा
ऐसी मॉक ड्रिल्स सिर्फ कागज़ी कार्यवाही नहीं होतीं, ये ज़मीनी तैयारियों का आइना होती हैं। इसी मुस्तैदी से सैकड़ों जानें बचाई जा सकती हैं।
मोहम्मदाबाद की यह ड्रिल साबित करती है प्रशासन हर
आपदा से निपटने को पूरी तरह तैयार है।यह सिर्फ एक अभ्यास नहीं, बल्कि आपसी सहयोग, कुशल नेतृत्व और मानवीय सेवा का सशक्त उदाहरण बन गया।
