गजब की फुर्ती दिखाई नैनी कोतवाली पुलिस ने, बीते 4 जून की घटित वारदात, आठ जून को नैनी कोतवाली पुलिस ने दर्ज किया केस
प्रयागराज: नैनी कोतवाली क्षेत्र के गंगापुरम, दीक्षित के पुरा में मकान बनवा कर रहने वाले औद्योगिक क्षेत्र के छरिबना गांव निवासी अवधेश मणि पांडेय फतेहगढ़ में बतौर उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में तैनात है। चोरों ने नैनी पुलिस की सुस्ती का पूरा फायदा उठाते हुए बीते 4 जून की रात्रि में मौका पाते ही मकान का ताला तोड़कर नकदी लगभग 35000 रुपए सहित लाखों रुपए के जेवरात पर हाथ साफ कर फरार हो गए। नैनी कोतवाली पुलिस अत्यधिक बड़ी तेजी के साथ फुर्ती दिखाते हुए जांच पड़ताल का दायरा बढ़ाया तो भुक्तभोगी की तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने में चार दिन का समय लग गया। यानी कि घटित वारदात 4 जून को, एफआईआर दर्ज आठ जून को किया गया। यह कोई चोरी की घटित वारदात पहली नहीं है। इससे पहले भी कई चोरी की घटित वारदात घट चुकी है। नैनी कोतवाली में बीते कई महीनो से भारी भरकम दारोगाओं की पूरी फौज तैनात है। फिर भी चोर पुलिस की सुस्ती का पूरा फायदा उठाते हुए खुली चुनौती देकर आए दिन वारदात को अंजाम देने में जुटे हुए हैं और पुलिस हाथ पैर हाथ रखे बैठी हुई है।
बताते हैं कि बीते दिनों से पुलिस एक नया ही खेल खेलने में जुटे हुए हैं। भुक्तभोगी की तहरीर पर पहले एफआईआर दर्ज नहीं करती है। यदि वह किसी चोर को पकड़ लेती है और खुलासे की करीब पहुंचती है तो 24 घंटे पहले भुक्तभोगी की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर खुलासा कर देती है। जिससे भुक्तभोगी भी खुश, आला अफसर भी खुश और उनके ऊपर कोई उंगली उठाने वाला भी न हो, दूसरा पहलू जब भुक्तभोगी आला अफसरों को घटित वारदात की सूचना देते हैं और न्याय हित में केस दर्ज कराने के लिए गुहार लगते हैं। तब कहीं जाकर मामला दर्ज किया जा रहा है। यह सिलसिला कायम है।