कौशाम्बी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, कौशांबी में फिजियोलॉजी विभाग के तत्वाधान में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा वर्टिकल इंटीग्रेशन पर आधारित एक शैक्षणिक सेमिनार का आयोजन प्रधानाचार्य, चिकित्सा महाविद्यालय डॉ0 हरि ओम कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस सेमिनार के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बाल रोग विभाग (च्ंमकपजतपबे) के साथ समन्वय किया गया।कार्यक्रम का आयोजन आचार्य डॉ. सरस्वती जयसवाल यादव, सहायक आचार्य डा0 शिवम बिशनोई एवं ट्यूटर फिजियोलॉजी डा0 रीना कुमारी द्वारा किया गया। प्राचार्य प्रो0 डॉ. हरि ओम कुमार सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बताया कि विषयों को इस प्रकार एक-दूसरे से जोड़ा जाता है, कि छात्र किसी रोग या संरचना को मूल वैज्ञानिक आधार से लेकर उसके चिकित्सकीय उपयोग तक समझ सकें। उन्हांने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य विद्यार्थियों में विषयों के बीच समन्वय की समझ विकसित करना एवं चिकित्सकीय शिक्षा को अधिक व्यवहारिक और रोगी-केंद्रित बनाना है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की अध्ययन प्रणाली विद्यार्थियों में आरंभ से ही क्लिनिकल अप्रोच को विकसित करती है तथा पेशेंट ट्रीटमेंट एजुकेशन की शुरुआत पहले वर्ष से ही संभव होती है। सेमिनार में डॉ. विकेश कुमार दुबे, सहायक आचार्य द्वारा नवजात शिशु मे बृद्वि एवं विकास के चरणों के बारे मे जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर शैक्षणिक गतिविधि में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राये-नवनीत कुमार, नेहा कुटार, निदा नकवी, निशान्त भरद्वाज एवं निशान्त मावी आदि द्वारा प्रतिभाग किया गया।
