कौशाम्बी/प्रयागराज: प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉ0 हरिओम कुमार सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज, प्रयागराज के चिल्ड्रन हास्पिटल से हायर सेन्टर रिफर किये गये बच्चे का इलाज स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय कौशाम्बी में हुआ। बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज हुआ। कहा जाता है कि चिकित्सक भगवान का रूप होते है। जिसका प्रमाण स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्व संयुक्त जिला चिकित्सालय कौशाम्बी में देखने को मिला। दिनांक 16.04.2025 को सुशीला देवी पत्नी दयाराम निवासी गड़वा बारा कौशाम्बी ने एक बच्चे को निजी चिकित्सालय में जन्म दिया था, जन्म देते ही बच्चे को Perinatal asphyxia with meningitis से ग्रसित था। जिसके परिणामस्वरूप मस्तिष्क में संक्रमण हो जाता है. प्रसवकालीन श्वासावरोध एक ऐसी स्थिति है, जहाँ बच्चे को जन्म से पहले, जन्म के दौरान या जन्म के तुरंत बाद पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती है. यह बच्चे के मस्तिष्क और अन्य अंगों को ऑक्सीजन की कमी से नुकसान पहुंचा सकता है। स्वासावरोध कई गम्भीर जटिलताओ को जन्म देता है जिससे अंग प्रणाली प्रभावित होती है मस्तिष्क विशेष रूप से कमजोर होता है, जिसके परिणाम स्वरूप अक्सर MIE(Hypoxic-ischemic Encephalopathy) होता है, जिससे मस्तिष्क का विकास नही हो पाता है। बच्चे को निजी चिकित्सालय से दिनांक 16.04.2025 को मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज प्रयागराज के चिल्ड्रन हास्पिटल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहॉ पर बच्चे की हालत में कोई सुधार नही हुआ, जिस कारण उसे दिनांक 19.04.2025 को हायर सेन्टर के लिए रिफर किया गया था, बच्चे के अभिभावक कुछ सोच नही पा रहे थे। अभिभावक बच्चे को लेकर स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्व संयुक्त जिला चिकित्सालय कौशाम्बी के SNCU वार्ड मे भर्ती कराया गया।
प्रधानाचार्य डा0 हरिओम कुमार सिंह के मार्गदर्शन में एस0एन0सी0यू0 में कार्यरत चिकित्सक डा0 नरेश रस्तोगी एवं उनके सहयोगी पैरामेडिकल स्टाफ श्री भूपेन्द्र सिंह, श्रीमती रीता सोनकर, श्रीमती बीनू भारती की देखरेख में बच्चे का इलाज शुरू किया गया, बच्चे को लगातार दौरे पड़ रहे थे, चिकित्सक एवं पैरामेडिकल टीम द्वारा अथक प्रयास के उपरान्त बच्चा स्वस्थ्य होकर स्वाशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय सम्बद्व संयुक्त जिला चिकित्सालय कौशाम्बी के SNCUवार्ड से दिनांक 03.05.2025 को डिस्चार्ज कर दिया गया।