उच्च प्राथमिक विद्यालय में किचेन शेड, शौचालय, बाउन्ड्रीवाल के अधूरे निर्माण कार्य को पूर्ण करने हेतु बी0डी0ओ0 को दिया निर्देश

कौशाम्बी: जिलाधिकारी श्री मधुसूदन हुल्गी द्वारा विकास खण्ड नेवादा के उच्च प्राथमिक विद्यालय दरियापुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कार्यरत 03 शिक्षक-शिक्षिकाओं के सापेक्ष इंचार्ज प्रधानाध्यापक श्री वेदमणि पाण्डेय, सहायक अध्यापिका श्रीमती रन्नो देवी एवं सहायक अध्यापक श्री संजय कुमार सिंह उपस्थित पाये गये।

निरीक्षण के समय विद्यालय में नामांकित कुल 50 बच्चों के सापेक्ष मात्र 30 बच्चे उपस्थित पाये गये। छात्र उपस्थिति न्यून पाये जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इंचार्ज प्रधानाध्यापक सहित सभी अध्यापकों को निर्देशित किया कि गॉव में घर-घर जाकर बच्चों को बुलाया जाय एवं छात्र उपस्थिति में वृद्धि किया जाय तथा नवीन नामांकन कराये जाने के लिए विशेष प्रयास किया जाय। विद्यालय परिसर में मात्र 02 कक्षा-कक्ष होने एवं उसमें कक्षाएं संचालित पाये जाने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए कहा कि 02 कमरों में कैसे विद्यालय चल रहा है। निरीक्षण में विद्यालय में ग्राम पंचायत के माध्यम से ग्राम प्रधान द्वारा बनवाये जा रहे किचेन शेड, शौचालय एवं बाउन्ड्रीवाल का निर्माण कार्य अधूरा पाया गया, जिसे उन्होंने तत्काल पूर्ण कराये जाने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी नेवादा को दिया। विद्यालय में रंगाई-पुताई का कार्य न कराये जाने पर उन्होंने रंगाई-पुताई का कार्य इंचार्ज प्रधानाध्यापक को शीघ्र कराये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने निरीक्षण में विद्यालय की साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था बनाये रखने एवं बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा एम0डी0एम0 में गुणवत्तापूर्ण मीनू के अनुसार भोजन दिये जाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर जिलाधिकारी बच्चों की क्लासरूम में पहुॅचकर बच्चों से गणित के प्रश्न, बोर्ड पर हल कराये, जिसमें अधिकतर बच्चों द्वारा बोर्ड पर प्रश्न हल कर दिया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने वेरी गुड कहते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया और प्रसन्नता व्यक्त की गयी।

इसके पश्चात जिलाधिकारी द्वारा महामाया पॉलिटेक्निक ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कठरा, चायल का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्था के मुख्य भवन, प्रशासनिक भवन, क्लास रूम, प्रयोगशाला, क्रीडा क्षेत्र इत्यादि की साफ-सफाई, संस्था में स्टाफ एवं छात्र/ छात्राओं की उपस्थिति आदि को देखा। जिसमें कक्षाएँ सुचारू रूप से संचालित पायी गयी, परन्तु कक्षाओं में छात्र/छात्राओं की उपस्थिति बहुत ही कम पाये जाने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए यथाशीघ्र छात्र/छात्राओं की उपस्थिति शत-प्रतिशत बढ़ाये जाने के निर्देश प्रधानाचार्य एवं समस्त स्टाफ को दियें। वहॉ पर सभी व्यवस्थायें अव्यवस्थित पायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश प्रधानाचार्य को दियें।

तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय चायल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान ममता, अंजली, वार्डेन सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहें। निरीक्षण के समय बच्चे लंच कर रहे थे। जिलाधिकारी द्वारा लंच में कढ़ी, चावल चखकर भोजन की गुणवत्ता को परखा गया और खाने की तारीफ की गयी। इसके उपरान्त कक्षा-कक्ष में छात्राओं से बात-चीत कर छात्राओं से पूछा गया कि क्या बनना चाहते हैं? सभी बच्चों ने जवाब दिया कोई टीचर, पुलिस, डॉक्टर बनना चाहते हैं। जिलाधिकारी ने सभी छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। निरीक्षण के समय कम्प्यूटर हॉल में बालिकाओं खान एकेडमी असाइनमेंट कर रहीं थी, इस पर जिलाधिकारी बहुत खुश हुए और छात्राओं को प्रेरित किया।

Leave a Comment

error: Content is protected !!