कौशांबी जिले में दो दिन पहले हुए बच्चे के अपहरण मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इस आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
यह मामला सैनी कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर कोदन गांव का है, जहां से दो दिन पहले एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। पुलिस की सक्रियता से पहले ही मुठभेड़ में तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके थे, और अब इस अपहरणकांड के चौथे आरोपी अरविंद यादव को भी पुलिस ने धर दबोचा है। अरविंद यादव ने दोस्ती की आड़ में बच्चे के अपहरण की साजिश रची थी। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के पास से एक स्कॉर्पियो कार और दो तमंचे भी बरामद किए गए हैं।
थानाध्यक्ष बृजेश करवरिया ने मयफोर्स टीम ने 25,000रू० के इनामिया अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
गौरतलब हो कि दिनांक 5 और 6 अप्रैल की रात्रि 12.05 बजे थाना सैनी अन्तर्गत ग्राम कमासिन पहाड़पुर से 13 वर्षीय नाबालिक बच्चे का फिरौती के लिए अपहरण किया गया था। जिसके सम्बन्ध में थाना सैनी पर मु0अ0सं0 121/25 धारा 140 (3) बीएनएस पंजीकृत किया गया था। दिनांक 06.04.2025 को थाना सैनी, थाना करारी व एसओजी की सयुंक्त पुलिस टीमों द्वारा घटना में सम्मिलित 03 बदमाशों को पुलिस मुठभेड में गिरफ्तार कर नाबालिग बच्चे को सकुशल बरामद किया गया था। पूछताछ के दौरान अभियुक्तगणों द्वारा घटना में सम्मिलित अन्य साथियों के बारे में भी बताया गया था। पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी बृजेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा गठित टीमों को घटना में सम्मिलित अन्य अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिए गए थे।
इसी क्रम में मंगलवार 8 अप्रैल को थाना सैनी पुलिस प्र०नि० बृजेश कुमार करवरिया मय हमराह पुलिस बल द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर उपरोक्त अपहरण की घटना से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त अरविन्द यादव उर्फ अभिषेक यादव पुत्र अमर सिंह यादव निवासी टेवा थाना मंझनपुर जनपद कौशाम्बी को ब्लैक स्कार्पियों से मंझनपुर से सिराथू आते समय नगियामई मोड़ के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त की जामा तलाशी से 02 अदद देशी तमंचा 315 बोर व 05 अदद जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया। अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु श्रीमान् पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी द्वारा 25000 रू0 के इनाम की घोषणा की गयी थी। विधिक कार्यवाही के पश्चात अभियुक्त को न्यायालय भेजा गया है।
पुछताछ के दौरान अभियुक्त अरविन्द यादव उर्फ अभिषेक यादव ने बताया कि मैं प्रापर्टी डीलिंग का काम करता हूँ। भारत लाल विश्वकर्मा की सगी मौसी मेरे घर के पास रहती थी। लगभग 10 वर्ष पूर्व तक भारत लाल विश्वकर्मा अपने मौसी के घर पर ही रहता था तभी से मैं उसे जानता पहचानता था और हमने कई बार उसकी आर्थिक मदद की है इसलिए वह मुझे बहुत मानता था और वह मेरे ऊपर विश्वास करता था। कुछ समय पहले भारत लाल विश्वकर्मा अपनी टेवा स्थित 03 बीघा 04 बिस्वा जमीन को बेचना चाहता था जिसकी चर्चा उसकी मौसी के लड़के शुभम विश्वकर्मा ने की थी और बेचवाने के लिये कहा था तो उसमें से 08 बिस्वा जमीन मैंने खरीद ली थी तथा शेष जमीन मैने गुड्डू केशरवानी व विपिन केशरवानी को कुल 80 लाख रूपये में बेचवायी थी। मैंने लालच में आकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर भारत लाल के लड़के का अपहरण कर फिरौती के रूप में रूपये लेने की योजना बनाई और योजना को सफल बनाने व डराने धमकाने के लिये असलहों की व्यवस्था की। मेरे उपर कोई शक न करें इसलिए मैं स्वयं प्रत्यक्ष रूप से सम्मलित न होकर अपनी बहन के सगे देवर गुड्डू कुमार यादव ग्राम अमूरा जो मेरे साथ प्रापर्टी डीलिंग का काम करता था उसे योजना के बारे में बताया और वह इस अपहरण की घटना को अन्जाम देने के लिए मेरे साथ काम करने को तैयार हो गया। गुड्डू ने मुझे, सुभाष विश्वकर्मा, अमित कुमार व शिवबाबू मौर्या से मिलवाया। लगभग 20 दिन पहले मैने अपने घर पर सभी को खाने पर बुलाया और योजना के अनुसार अपहरण की घटना करने के लिये बात की। पैसा के लालच में सभी लोग अपहरण की योजना पर काम करने के लिये तैयार हो गये। दिनांक 04-05/04/2025 की रात को गुड्डू, सुभाष व शेरा मोटर साइकिल से, शिवबाबू कार से और मैं अपनी स्कार्पियो से एक साथ असलहों से लैस होकर बच्चे का अपहरण करने के लिए भारत लाल के घर के नजदीक पहुंचे। स्कार्पियो और कार को रोककर कुछ दूर पहले चौकन्ना होकर हम लोग खड़े हो गए तथा गुड्डू और सुभाष घर के अन्दर से बच्चे को उठाकर मोटरसाइकिल से लाए और कार के अन्दर बैठा दिया। हम सभी लोग सुरक्षित स्थान की ओर चल दिए। रास्ते में पुलिस की सक्रीयता और घेराबन्दी देखकर मैं पीछे से अपनी स्कार्पियो लेकर भाग गया था। पुलिस के सक्रीय हो जाने के कारण हम लोग अपनी फिरौती की योजना को अन्जाम तक नहीं पहुंचा पाए।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने यह भी बताया कि हमारी योजना भारत लाल से 05-05 लाख रुपये करके कुल 25,00,000 /- (पच्चीस लाख) रुपये वसूल करने की थी।
BYTE– बृजेश कुमार श्रीवास्तव– एसपी