बॉम्बे हाईकोर्ट ने मंगलवार (8 अप्रैल) को राज्य सरकार से कहा कि वह कॉमेडियन कुणाल कामरा की उस याचिका पर निर्देश प्राप्त करे, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ कथित तौर पर बनाए गए व्यंग्यात्मक वीडियो और “गद्दार” टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की गई है।
सुनवाई के दौरान कुणाल कामरा की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता नवरोज सीरवाई से न्यायमूर्ति सारंग कोटवाल और न्यायमूर्ति श्रीराम मोदक की खंडपीठ ने मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा कॉमेडियन को दिए गए अंतरिम संरक्षण के बारे में पूछा।
इस पर सीरवई ने कहा, “वह आदेश अपलोड नहीं किया गया है। मद्रास हाईकोर्ट ने 17 अप्रैल तक अंतरिम संरक्षण बढ़ा दिया है। लेकिन, हम वास्तव में निरस्तीकरण के बारे में चिंतित हैं। यदि मिलॉर्ड्स उन्हें कुछ समय देने के लिए इच्छुक हैं, तो केवल एक बात, मेरे मुवक्किल ने एक बार, दो या तीन बार नहीं बल्कि लिखित रूप से वीसी के माध्यम से बयान दर्ज करवाने की पेशकश की है। मिलॉर्ड्स को मेरे मुवक्किल को मिली मौत की धमकियों पर विचार करना चाहिए। अधिकारी उनके बयान दर्ज करने के लिए उत्सुक नहीं हैं, लेकिन वे चाहते हैं कि वे यहां शारीरिक रूप से उपस्थित हों। मिलॉर्ड्स, वर्तमान याचिका पर सुनवाई होने तक उनकी शारीरिक उपस्थिति पर जोर नहीं दिया जाना चाहिए”।
जब सीरवई ने इस स्तर पर याचिकाकर्ता की “शारीरिक उपस्थिति के लिए पूर्ण आग्रह” के बारे में प्रस्तुत करना शुरू किया, तो पीठ ने मौखिक रूप से कहा कि वह सुनवाई की अगली तारीख पर इस मुद्दे पर विचार करेगी।
पृष्ठभूमि
वर्तमान में तमिलनाडु में रहने वाले कामरा को पहले मुंबई पुलिस की एफआईआर के संबंध में अंतरिम अग्रिम जमानत दी गई थी। सोमवार (7 अप्रैल) को समाप्त हुई प्रारंभिक अंतरिम सुरक्षा को 17 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था।
शिवसेना विधायक मुराजी पटेल द्वारा धारा 353(1)(बी), 353(2) [सार्वजनिक उपद्रव] और 356(2) [मानहानि] बीएनएस के तहत कामरा के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी। बाद में एफआईआर को मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया।
हालांकि कामरा ने सीधे तौर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया था, लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्होंने शिवसेना से अलग होने का हवाला देते हुए शिंदे को देशद्रोही कहा था।
कामरा की टिप्पणी से नाराज शिवसेना कार्यकर्ताओं के एक समूह ने मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में भी तोड़फोड़ की थी, जहां कॉमेडियन ने शो किया था। भड़की हिंसा के सिलसिले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी।
कामरा का दावा है कि शो के बाद से उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं।