मुख्य विकास अधिकारी ने की जिला स्तरीय सलाहकार समिति (डीएलआरसी) की बैठक

 

*कौशाम्बी।* मुख्य विकास अधिकारी ने उदयन सभागार में बैठक के दौरान पूर्व की बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि जनपद में कार्यरत बैंको की कुल जमा धनराशि का ऋण-जमानुपात भारतीय रिजर्व बैंक के निर्धारित मानक से कम न होने पाये।

उन्होंने कहा कि जिन बैंको द्वारा ऋणों के जो भी आवेदन निरस्त किये जा रहें हैं, उन पर पुनः विचार किया जाय एवं उस आवेदनकर्ता को बुलाकर जो भी कमियॉ हो, उसे दूर कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से लाभान्वित करायें। उन्होंने उद्यान, मत्स्य, खादी ग्रामोद्योग एवं उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वयं भी जाकर बैंको में बात-चीत करें एवं लाभार्थियों को अपने साथ ले जाकर अधूरी कमियों को आपसी समन्वय बनाकर दूर कराते हुए उन्हें लाभान्वित करायें। उन्होंने सभी बैंकर्स को निर्देशित किया कि विभिन्न योजनाओं के ऋण आवेदनों को शीघ्र निस्तारित कर दिया जाय, कोई आवेदन लम्बित न रहने पाये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी ऋण आवेदन स्वीकृत हो गये हैं, उन्हें शीघ्र वितरित कर दिया जाय। उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान समीक्षा करते हुए कहा कि इस योजना का उद्देश्य सूक्ष्म इकाइयों की स्थापना कर युवाओ को स्वरोजगार के अवसर देना है। इस लिए सभी बैंक इस योजना को सफल बनाने के लिए अपना योगदान दें।

उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, पीएम स्वनिधि योजना, एक जनपद-एक उत्पाद एवं स्वयं सहायता समूह आदि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान ऋण आवेदनों को शीघ्र निस्तारित करने तथा स्वीकृत आवेदनों को वितरित करने के निर्देश दियें।जिलाधिकारी ने अधिकारियों एवं बैंकर्स को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें, जिससे आवेदनकर्ताओं लाभार्थियों को किसी प्रकार की समस्या न होने पाये। इस अवसर पर अग्रणी जिला प्रबन्धक रवीकान्त मौर्य सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।

 

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