दुनिया में करीब एक हजार करोड़ की कीमत के वुड कार्विंग प्रोडेक्ट का हो रहा एक्सपोर्ट, सहारनपुर की दुनिया के मार्केट में बनी पहचान
सहारनपुर के वुड कार्विंग को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडेक्ट के माध्यम से वैश्विक मान्यता मिल रही है। आज दुनिया में करीब एक हजार करोड़ की कीमत के वुड कार्विंग प्रोडेक्ट का एक्सपोर्ट हो रहा है। आज सहारनपुर का वुड कार्विंग दुनिया के मार्केट में पहुंच रहा है। सहारनपुर काे दिल्ली और लखनऊ से जोड़ने के लिए कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। जल्द ही सहारनपुर से दिल्ली का रास्ता मात्र पौने दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा। यहां पर माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय का निर्माण अंतिम दौर में है जबकि दस साल पहले यहां विश्वविद्यालय का निर्माण एक कल्पना थी। वहीं मां शाकुम्भरी धाम का सुंदरीकरण किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं होगी। सहारनपुर में एक अलग ही ऊर्जा देखने को मिलती है। उस ऊर्जा के साथ जब डबल इंजन की सरकार जुड़ती है तो सहारनपुर को एक नई पहचान प्राप्त होती है। मुझे यहां के ऊर्जावान उद्यमी, युवाओं और अन्नदाता किसानों से बहुत कुछ जानने और सीखने का अवसर प्राप्त होता है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सहारनपुर में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (सीएम युवा) के तहत 365 उद्यमियों को ऋण वितरण में कही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान कई उद्यमियों को ऋण का चेक, ओडीओपी के तहत गुड कार्विंग प्राेडेक्ट बनाने के टूल्स और प्रमाण पत्र प्रदान किये। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवा उद्यमियों द्वारा लगाए गए ओडीओपी प्रोडेक्ट की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही उनके स्टॉल पर जाकर प्रोडेक्ट की जानकारी हासिल की।
कोई सरकार इसलिए नहीं बनाई जाती कि वह भाई भतीजा वाद करके लूट खसोट करे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई सरकार इसलिए नहीं बनायी जाती है कि वह भाई भतीजावाद करके लूट खसोट करे बल्कि इसलिए बनायी जाती है कि वह आपकी पहचान और उद्यमिता का सम्मान करने के साथ उसे आगे बढ़ाए। पूरे प्रदेश में होली की खुशियां उत्साह और उमंग के साथ मनायी गयी। वहीं सरकार ने यूपी पुलिस के 60,244 आरक्षी पदों का झटके में रिजल्ट निकाल करके युवाओं के सपनों को उड़ान दी है। इस रिजल्ट में सहारनपुर के भी बहुत सारे युवाओं ने अपनी जगह बनायी है। सीएम ने विधायकों से कहा कि वह पुलिस भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के ट्रेनिंग में जाने से पहले उनके साथ बैठक करें, इससे अन्य युवाओं को हौसला बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में केवल 10,000 महिलाएं ही कार्य करतीं थीं जबकि हमने एक ही भर्ती में 12,000 से अधिक बेटियों को भर्ती किया है। इससे पहले भी 1,56,000 भर्ती की गईं थीं। वहीं पिछली सरकारों में भाई भतीजा वाद के अलावा कुछ नहीं होता था। पिछले साढ़े सात वर्षों में 7 लाख से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरी दी गयी है। इन भर्तियों में कोई भाई भतीजा वाद, जातिवाद, क्षेत्र और भाषा का आरोप नहीं लगा सकता है। अब किसी एक गांव के लोग भर्ती नहीं होते हैं बल्कि प्रदेश के 75 के 75 जनपदों का युवा भर्ती हो रहा है। युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था की गई है, जिसे आगे बढ़ाया जा रहा है।