विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य को “सामान्य से कहीं अधिक दिलचस्प” बताया है।
उनकी यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के बीच हुई जुबानी जंग के बाद आई है, जिसने यूक्रेन संघर्ष पर नए सिरे से ध्यान आकर्षित किया है।
भारत-बेल्जियम सहयोग पर जोर:
जयशंकर ने बेल्जियम की राजकुमारी एस्ट्रिड से मुलाकात की और इसे भारत-बेल्जियम और भारत-यूरोपीय संघ की मजबूत साझेदारी के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने बेल्जियम के उपप्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री मैक्सिम प्रीवोट के साथ बैठक में सेमीकंडक्टर, स्वच्छ ऊर्जा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।
बैठक की मुख्य बातें:
- वैश्विक राजनीतिक स्थिति पर जयशंकर की टिप्पणी।
- भारत-बेल्जियम सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा।
- रक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति।
- व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने पर जोर।
रक्षा सहयोग पर वार्ता:
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राजकुमारी एस्ट्रिड और बेल्जियम के रक्षा मंत्री थियो फ्रेंकेन के साथ मुलाकात की।
उन्होंने समुद्री क्षेत्र, खासकर हिंद-प्रशांत में रक्षा सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा की।
दोनों देशों ने रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श किया।
व्यापार और निवेश:
भारत और बेल्जियम के बीच व्यापार और निवेश के मजबूत संबंध हैं। बेल्जियम, भारत का 14वां सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य और 16वां सबसे बड़ा आयातक है।
राजकुमारी एस्ट्रिड के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय आर्थिक प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा कर रहा है, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना है।