कौशांबी: जिले में यमुना नदी एक बार फिर किसी का चिराग बुझा ले गई। महज नहाने के इरादे से नदी में उतरे एक युवक की जिंदगी तेज बहाव में समा गई। परिजन गमगीन हैं, गांव में मातम है।जनपद कौशांबी के थाना महेवा घाट क्षेत्र स्थित गांव महेवा घाट के निवासी विफई केवट के परिवार पर
शनिवार की शाम दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनका 36 वर्षीय बेटा संतोष कुमार केवट रोज की तरह यमुना नदी में स्नान के लिए गया था। लेकिन इस बार नदी ने उसे लौटने का मौका नहीं दिया।शनिवार की शाम करीब 3 बजे, संतोष नदी में नहाते वक्त अचानक गहरे पानी में चला गया। इस दौरान नदी में जलस्तर ज्यादा होने के कारण वह तेज बहाव में बह गया और डूब गया।परिजन रातभर तलाश करते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली। अगले दिन सुबह शाहपुर जमुना घाट पर उसका शव मिला, जिसकी सूचना मिलते ही थाना महेवा घाट पुलिस सक्रिय हुई। उपनिरीक्षक ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर शव को नदी से निकलवाया और विधिक प्रक्रिया पूरी कर पंचायतनामा भरते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटनास्थल पर कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं रही।हालांकि यह घटना प्रशासन के लिए भी एक चेतावनी है कि बढ़ते जलस्तर के बीच यमुना घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था और चेतावनी बोर्ड की तत्काल ज़रूरत है।गांव में पसरा सन्नाटा घटना के बाद से गांव महेवा घाट में मातमी सन्नाटा है। संतोष कुमार के परिवार में कोहराम मचा है। आसपास के लोग दुख साझा करने उनके घर पहुंच रहे हैं।
थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने जनता से अपील की है कि तेज बहाव और बाढ़ के समय लोग नदी के किनारे जाने से परहेज करें और अपने बच्चों व बुजुर्गों को भी सतर्क रखें।