जनपद कौशाम्बी में शनिवार को हुए समाधान दिवस सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि जनसेवा और न्याय का सशक्त मंच बन गया। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार कीअगुवाई में समस्त थानों पर जनता की शिकायतों को संवेदनशीलता और गंभीरता से सुना गया। लोगों को पहली बार महसूस हुआ कि उनकी समस्याओं को सिर्फ दर्ज नहीं, बल्कि समझा और हल भी किया जा रहा है।
थाना चरवा में पुलिस अधीक्षक स्वयं मौजूद रहे उन्होंने जनशिकायतों को सुनने के बाद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर शिकायत सिर्फ एक कागज़ का टुकड़ा नहीं, बल्कि किसी की उम्मीद है। उसका गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने विशेष रूप से भूमि विवादों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें मौके पर जाकर त्वरित कार्यवाही करें, ताकि फरियादी दर-दर न भटकें।
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह भी समाधान दिवस में सक्रिय रहे उन्होंने थाना मंझनपुर में अधिकारियों के साथ मिलकर जनशिकायतों को सुना और कई मामलों का मौके पर ही समाधान कराया।
परिणाम जो भरोसा जगाते हैं
कुल शिकायतें प्राप्त 61
भूमि विवाद: 50
अन्य विवाद (पुलिस संबंधी): 11
मौके पर निस्तारण 19 मामले
भूमि विवाद: 13
अन्य विवाद: 6
शेष शिकायतों के समाधान हेतु टीमों का गठन जो मौके पर रवाना कर दी गईं।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने दिए प्रमुख संदेश
कोई भी शिकायत लंबित न रहे।
न्याय सुलभ, समयबद्ध और निष्पक्ष हो।
जनता को विश्वास हो कि
प्रशासन उनके साथ है।
इस अवसर पर थाना पिपरी, सिराथू, महेवाघाट, करारी, कड़ा धाम सहित अन्य थानों पर भी संबंधित अधिकारियों ने जनशिकायतों को प्राथमिकता से सुना और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
निष्कर्ष
समाधान दिवस अब एक परंपरा नहीं, बदलाव का प्रतीक बन रहा है।जहां अधिकारी स्वयं जनता के बीच आकर उनकी पीड़ा समझते हैं, वहां प्रशासन और आमजन के बीच की दूरी कम होती है और न्याय के प्रति विश्वास बढ़ता है।